Friday, June 19, 2009

अकेला ख्वाब

अजनबी सी इस दुनिया मे अकेला एक ख्वाब हूँ
सवालो से खफा एक चोट सा जवाब हूँ
जो न समझ सके उनकी लिए 'कौन'
जो समझ गए उनके लिए किताब हूँ
आंखों से देखोगे तोः खुश पाओगे मुझको
दिल से देखोगे तोः दर्द का सैलाब हूँ

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