Wednesday, May 20, 2009

मेरी आंखों को दिन रात रुलाने वाले
तू भी तड़पे
मुझको हर वक्त सताने वाले

हर घड़ी तेरे लिए आँहें भरता है दिल
प्यार की शमा
मेरे दिल मे जलाने वाले

दिल की दुनिया मे बसी है तेरी सूरत
अपनी कसमे
अपने वादों को भुलाने वाले

बेवफा कहूँ तुझको या कहूँ तुझको जालिम
हर घड़ी
मेरी मुहब्बत को ठुकराने वाले

रब से दुआ है पूरे हो तेरे हर सपने
मेरी मुहब्बत
केहर एक ख्वाब को मिटाने वाले

जाए तोः जाए कहाँ दिलकश तुम बताओ
हो गए है दुश्मन
अब तोः हमारे चाहने वाले

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